हम सभी, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री, भूटान के मुख्य सलाहकार, भारत के प्रधानमंत्री, म्यांमार के राष्ट्रपति, नेपाल के प्रधानमंत्री, श्रीलंका के राष्ट्रपति और थाईलैंड के प्रधानमंत्री 30-31 अगस्त, 2018 को बिम्सटेक के चौथे शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए काठमांडू में मिले; और 1997 के बैंकांक घोषणा पत्र में शामिल किए गए बिम्सटेक के उद्देश्यों और सिद्धांतों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई; म्यांमा के ने पी तॉ में 4 मार्च, 2014 को आयोजित तीसरे बिम्सटेक शिखर सम्मेलन तथा 16 अक्टूबर, 2016 को गोवा में बिम्सटेक नेताओं द्वारा जारी दस्तावेज के अनुरूप अपने सामूहिक प्रयासों के जरिए एक शांतिपूर्ण, समृद्ध और स्थिर बंगाल की खाड़ी क्षेत्र के निर्माण के लिए भी अपनी वचनबद्धता फिर से व्यक्त की। Via Press Information Bureau http://www.pib.nic.in